दोस्तों ज्यादातर युवा IAS,IPS बनने के सपने देखते है .जिसके लिए उन्हें यूपीएससी की सिविल सर्विसेज एग्जाम को क्लियर करना पड़ता है .सिविल सर्विसेज के एग्जाम बहुत कठिन होते है . बहुत से ऐसे छात्र है जिन्होंने कई बार प्रयास किया लेकिन तब भी इस परीक्षा को पास नही कर पाए .इस परीक्षा को पास करने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है .घंटो -घंटो पढना पड़ता है .लेकिन जिनमे कुछ कर दिखने का जज्बा होता है उन्हें कोई मुश्किल नही रोक सकती .आज हम आपको एक ऐसी लड़की के बारे में बताने वाले है जिसने एक साथ दो परीक्षाये पास की और आईएएस अफसर बन कर अपने माता -पिता का नाम रौशन किया .बिजली ठीक करने वाले पिता ने बेटी को पढ़ने के लिए बेचीं जमींन, SDM की नौकरी छोड़ UPSC पास करके बेटी बनी आईएस ऑफिसर
कुछ छात्र अपनी डिग्री की पढ़ाई के साथ ही यूपीएससी की भी तैयारी करते हैं। ऐसी ही कहानी ओडिशा की रहने वाली सिमी करन की है, जिन्होंने आईआईटी से इंजीनियरिंग करते हुए यूपीएससी एग्जाम की तैयारी की और पहले प्रयास में ही सिविल सर्विस परीक्षा पास कर आईएएस अफसर बन गईं।सिमी करन ओडिशा की रहने वाली हैं लेकिन उनका बचपन छत्तीसगढ़ के भिलाई में बीता। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई वहीं से पूरी की। सिमी के पापा डीएन करन भिलाई स्टील प्लांट में काम करते हैं और उनकी मां सुजाता भिलाई के दिल्ली पब्लिक स्कूल में टीचर हैं। सिमी ने 12वीं तक की पढ़ाई भिलाई कि दिल्ली पब्लिक स्कूल से ही की और 12वीं में 98.4 प्रतिशत अंक हासिल कर स्टेट टॉपर बनी।सिमी करन ने 12वीं के बाद आईआईटी का एंट्रेंस एग्जाम दिया। इसके बाद उनका सेलेक्शन आईआईटी बॉम्बे के लिए हुआ और वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने लगीं। इंजीनियरिंग के दौरान इंटर्नशिप के दौरान सिमी करन पास के स्लम एरिया में बच्चों को पढ़ाने गईं तो उनके मन में लोगों की मदद करने का विचार आया। फिर उनके मन में यूपीएससी का ख्याल आया जिससे वह लोगों की मदद कर सकें और उन्होंने सिविल सर्विस में जाने का फैसला किया।होटलों में बतर्न साफ करने वाला लड़का सबसे कम उम्र में बन गया IAS,जानिये ऑटो वाले के बेटे का जुनूनी सफर,
सिमी करन ने इंजीनियरिंग के आखिरी साल में सेल्फ स्टडी कर यूपीएससी एग्जाम की तैयारी शुरू की। सिमी कहती हैं कि उन्होंने सबसे पहले टॉपर्स के इंटरव्यू देखें और इंटरनेट की सहायता से अपने लिए किताबों की लिस्ट तैयार की। तैयारी के लिए उन्होंने यूपीएससी के सिलेबस को छोटे-छोटे हिस्सों में कनवर्ट कर लिया। उनका कहना है कि एग्जाम की तैयारी के लिए ज्यादा से ज्यादा रिविजन जरूरी है।सिमी करन ने सेल्फ स्टडी कर पहले ही प्रयास में यूपीएससी एग्जाम पास कर लिया। सिमी ने बताया कि मई 2019 में उन्होंने आईआईटी मुंबई से ग्रेजुएशन पूरा किया और जून में यूपीएससी की परीक्षा थी। उनके पास तैयारी के लिए बहुत कम समय था, लेकिन कड़ी मेहनत के साथ पढ़ाई करती रहीं और पहले प्रयास में ही यूपीएससी एग्जाम पास कर लिया।सिमी करन ने साल 2019 के यूपीएससी की सिविल सर्विसेज एग्जाम में ऑल इंडिया 31वीं रैंक हासिल की। वह केवल 22 साल की थीं, जब उन्होंने सिविल सर्विस की परीक्षा पास की और आईएएस अफसर बनीं।