मित्रों जैसा की आप सभी अवगत ही होगें कि आज के समय में बढ़ती हुई बेरोजगारी से आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि हर इंसान मौजूदा समय में अपना परिवार चलाने के लिये कड़ी मेहनत करता है, उसके बावजूद उसे सिर्फ एक वक्त का खाना ही नसीब हो पाता है, पर आज हम एक ऐसी लड़की के संबंध में बात करने वाले है, जो प्रतिदिन 41 हजार रूपय कमाती है। इस लड़की का काम जानकर आप लोग भी सोच में पड़ जायेगें।
दरअसल जिस लड़की की आज हम बात कर रहे है उसका नाम दिव्या सैनी है। जिसकी कमाई को लेकर इन दिनों काफी खबरे चर्चा में है। बता दें कि दिव्या सैनी राजस्थान के सीकर की रहने वाली हैं, दिव्या के पिता सांवरमल सैनी ने बेटी की प्रतिभा और उसके करियर से जुड़ी तमाम बातें शेयर की हैं। सांवरमल बेटी दिव्या पर गर्व करते नहीं थकते और कहते हैं कि मेरी लड़किया किसी भी लड़के से कम नहीं है, मैने इनकी परवरिश में कोई कमी नहीं छोड़ी है। बेटी दिव्या का अमेजोन कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर डेढ़ करोड़ रुपए के सालाना पैकेज पर चयन हुआ है। इस हिसाब से दिव्या को हर माह साढ़े 12 लाख और प्रतिदिन बतौर तनख्वाह 41 हजार रुपए मिलेंगे। दिव्या अमेजोन के अमेरिका के सिएटल स्थित ऑफिस में काम करेगी। इसी 15 जुलाई को अपना 23वां जन्मदिन मनाने के लिए अगले ही दिन दिव्या अमेरिका चली गई। जहाँ पर इनके दोस्तों ने अच्छा सेलिब्रेशन किया।
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि दिव्या सैनी ने महज 12 वर्ष की उम्र में 12वीं बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण कर ली थी। हुआ यूं कि दिव्या ने स्कूल जाना शुरू किया तब उसका बड़ा भाई नीलोत्पल सैनी तीसरी कक्षा में पढ़ रहा था। इसलिए दिव्या भाई के साथ तीसरी कक्षा में बैठने की जिद करने लगी। उसे एलकेजी में बैठाना चाहा तो उसने स्कूल जाना ही बंद कर दिया। भाई उसे घर पर ही पढ़ाया जाना लगा। छह साल की उम्र में दिव्या को टेस्ट दिलाकर स्कूल में दाखिला दिलवाया गया। वो भी कक्षा छह में। ऐसे में महज 12 साल की उम्र में दिव्या ने कक्षा 12वीं उत्तीर्ण कर ली। दिव्या को 10वीं में 77.3 प्रतिशत, 12वीं में 83.07 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए। इसके बाद दोनों भाई-बहन ने पटना एमएनआईटी से बीटेक कीर लिया। बीटेक करने के बाद महज 17 साल की उम्र में दिव्या को अमेजोन कंपनी में 29 लाख के सालाना पैकेज में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर-1 पद पर हैदराबाद में जॉब मिल गई थी। वहीं, भाई की नौकरी भी हैदाराबाद में लगी। दोनों भाई बहन इन दिनों कोरोना महामारी की वजह से सीकर में रहकर वर्क फ्रॉम कर रहे थे। यहीं, से दिव्या का अमेरिका के लिए डेढ़ करोड़ के पैकेज में उसी कंपनी में चयन हो गया। दिल्ली में ग्लोबल फाइबर चैलेंज की ओर से आयोजित कोर्थन एंड साइबर चैलेंज में नीलोत्पल सैनी ने तृतीय स्थान प्राप्त करते हुए कांस्य पदक जीता था। नीलोत्पल सैनी हैदराबाद में डीईशा कंपनी में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। इस जानकारी के संबंध में आप लोगों की क्या प्रतिक्रियायें है। मित्रो अधिक रोचक बाते व लेटेस्ट न्यूज के लिये आप हमारे पेज से जुड़े और अपने दोस्तो को भी इस पेज से जुड़ने के लिये भी प्रेरित करें।