मित्रों जैसा की आप सभी अवगत ही होगें कि पूरी दुनिया में अन्य खेलों की अपेक्षा क्रिकेट को एक अलग ही पहचान मिली है, वहीं अगर भारत में क्रिकेट की बात की जाये तो यहां पर क्रिकेट को लेकर लोगों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है, और अगर क्रिकेट टीम की बात करें तो हमारे भारतीय टीम में ऐसे ऐसे दिग्गज खिलाड़ी है, जो अपने खेल प्रदर्शन से सामने वाली टीम के छक्के छुड़ा देने का काम करते है। हालाकि ये बात अलग है कि इस बार बीसीसीआई चीफ सौरव गांगुली की कुर्सी जा सकती है, क्योंकि अध्यक्ष पद के लिये मैदान में 2 बड़े दावेदार उतरे है। जिनको लेकर सोशल मीडिया पर काफी खबरे चर्चा में है।
दरअसल पिछले वर्ष कोरोना महामारी के चलते बोर्ड की बैठक नहीं हो सकी थी। अब बीसीसीआई की बैठक में चीफ सौरव गांगुली के पद पर बने रहने और ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 World Cup को लेकर चर्चा हो सकती है। सौरव गांगुली के अध्यक्ष रहते हुए भारतीय बोर्ड ने कई बड़े बदलाव देखे। उनकी कप्तानी में खेलने वाले ज्यादातर खिलाड़ियों को अहम व जरूरी पद दिए गए। रवि शास्त्री की जगह राहुल द्रविड़ को कोच मुख्य नियुक्त किया गया है। वीवीएस लक्ष्मण को राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी का प्रमुख बनाया गया है। कप्तानी छोड़ने के बाद गांगुली का विराट कोहली से विवाद भी हो गया था। सौरव गांगुली अपने टाइम के एक जबरदस्त बल्लेबाज और करिश्माई कप्तान रहे हैं। उनकी कप्तानी में ही इंडिया ने विदेश जाकर जीतना सीखा। सेवानिवृत्ति के बाद वे बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बन गए, जिसके बाद वे भारतीय क्रिकेट के अध्यक्ष बने, उनका कार्यकाल विवादों से घिरा रहा है। ऐसे में 2 मार्च को होने वाली बैठक में तय होगा कि बोर्ड का अगला बॉस कौन होगा?
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि सौरव गांगुली की कुर्सी लेने के लिए मैदान में कई दावेदार पेश हैं। इस दौड़ में बीसीसीआई सचिव और गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह उनकी जगह ले सकते हैं। वहीं इस रेस में बीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला का नाम भी शामिल है। राजीव शुक्ला IPL के चेयरमैन भी रह चुके हैं या हो सकता है कि सौरव गांगुली को एक्सटेंशन मिल जाए। 2 मार्च को होने वाली बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं। इसमें ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 WC की रूपरेखा और खिलाड़ियों के केंद्रीय अनुबंध पर भी चर्चा हो सकती है। खराब फॉर्म का नजारा पेश करने वाले खिलाड़ियों को केंद्रीय-अनुबंध से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। वहीं, अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा का ग्रेड भी कम किया जा सकता है। अब यह देखने वाली बात होगी कि क्या बीसीसीआई अध्यक्ष ‘दादा’ वही रहते हैं या उनकी जगह कोई नया चेहरा लिया जाता है। मोहम्मद अजहरुद्दीन के बाद सौरव गांगुली ने भारत क्रिकेट टीम की कप्तानी संभाली। इसके बाद वह भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों पर ले गए। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने विदेशों में जीतना सीखा, लेकिन उनकी कप्तानी में भारत को 2003 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलियाई टीम के हाथों हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने 113 टेस्ट मैचों में 7212 रन बनाए और इंडिया के लिए 311 एकदिवसीय मैचों में 11363रन बनाए। उन्होंने अपने दम पर इंडिया टीम के लिए कई मैच जीते हैं। इस जानकारी के संबंध में आप लोगों की क्या प्रतिक्रियायें है। मित्रो अधिक रोचक बाते व लेटेस्ट न्यूज के लिये आप हमारे पेज से जुड़े और अपने दोस्तो को भी इस पेज से जुड़ने के लिये भी प्रेरित करें।