आज हम आपको देश के ऐसे क्रिकेटर के बारे में बताने जा रहे है .जिन्होंने क्रिकेट में देश का नाम रौशन किया. महेंद्र सिंह धोनी ने दिसंबर 2014 में टेस्ट क्रिकेट से सन्यास ले लिया था. लेकिन उसके बाद भी वो देश के लिए बहुत कुछ कर रहे है . महेंद्र सिंह धोनी अब अपने फार्म हाउस पर ऑर्गेनिक तरीके से सब्जियां उगा रहे हैं.जिससे देशवासियों स्वास्थ्य अच्छा बना रहे.
क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी
हम बात कर रहे हैं देश के मशहूर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की। झारखंड के रांची के रहने वाले महेंद्र सिंह धोनी को आपने जब भी टीवी पर देखा होगा तो आपने उन्हें अक्सर क्रिकेट के मैदान में देखा होगा. कभी विकेटकीपर के तौर पर किल्ली को उखाड़ फेंकते थे तो कभी अपने बल्ले से चौके छक्कों की बरसात करते थे. लेकिन आज हम आपको किसान के खेत में खेती करते हुए वही महेंद्र सिंह धोनी दिखाने जा रहे हैं।
कहाँ कर रहे हैं खेती
पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इन दिनों अपने शहर रांची में खेती कर रहे हैं. यहां उनका अपना फार्म हाउस है। जहां वह हर तरह की सब्जियां उगाते हैं। खास बात यह है कि वह इन सभी सब्जियों को बिना किसी केमिकल के उगा रहे हैं। केमिकल नहीं होने के कारण रांची शहर में उनके फार्म हाउस में उगाई जाने वाली इन सब्जियों की मांग लगातार बढ़ रही है.
10 टन स्ट्रॉबेरी का करते हैं उत्पादन
ऐसा नहीं है कि धोनी सिर्फ अपने घर के लिए खेती करते हैं। वर्तमान में वह 10 टन स्ट्रॉबेरी का उत्पादन कर रहे हैं। जिसे बेचकर वे 30 लाख की मोटी कमाई भी कर रहे हैं। इसके साथ ही वह अपने फार्म हाउस पर बड़े पैमाने पर खरबूजे और तरबूज की खेती भी कर रहे हैं। अगर इसके उत्पादन की बात करें तो यहां रोजाना 300 किलो तरबूज और 200 किलो खरबूजे का उत्पादन हो रहा है. जिसे वह बाजार में बेचता है।
बिना केमिकल के करते हैं पूरी खेती
आज जहां बाजार रासायनिक रूप से उगाए गए कृषि उत्पादों से भरा हुआ है। तो वहीं दूसरी तरफ धोनी बिना केमिकल के खेती कर एक मिसाल कायम कर रहे हैं। वह फिलहाल 43 एकड़ में फैले अपने फार्म हाउस में बिना केमिकल के खेती करते हैं। केमिकल न होने के कारण उनके फार्म हाउस में उगाए गए फल और सब्जियां बहुत स्वादिष्ट होती हैं। साथ ही इनसे किसी तरह की बीमारी का भी डर नहीं रहता, इसलिए लोगों के बीच इन फलों की भारी मांग है। इसी योजना को बढ़ाते हुए महेंद्र सिंह धोनी अब अपने एक एकड़ फार्म हाउस में बिना केमिकल के शिमला मिर्च की खेती कर रहे हैं।
कड़कनाथ मुर्गे के बाजार में उतरने की तैयारी में
महेंद्र सिंह धोनी अब केवल कृषि तक ही सीमित नहीं रह गए हैं। अगर उनके फ्यूचर प्लान की बात करें तो अब वह कड़कनाथ चिकन की मार्केट में हाथ आजमाने की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने कड़कनाथ मुर्गे को बड़े पैमाने पर पालने और बेचने की भी तैयारी की है. इसके लिए वह खुद का चिकन फार्म हाउस बना रहे हैं। आपको बता दें कि बाजार में कई मुर्गियां हैं, लेकिन कड़कनाथ मुर्गा अलग है। इसके मुर्गे की कीमत 600 से 1,000 रुपये प्रति किलो तक होती है। इसलिए धोनी सिर्फ कड़कनाथ मुर्गे के बाजार में उतरना चाहते हैं।
सर्वश्रेष्ठ पशुपालन का खिताब भी मिल चुका है
महेंद्र सिंह धोनी अब तक क्रिकेट में अपने नाम कई अवॉर्ड जीत चुके हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि अब उन्हें झारखंड के सर्वश्रेष्ठ पशुपालन के खिताब से भी नवाजा जा चुका है. इसके साथ ही उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में उन्हें सर्वश्रेष्ठ किसान पुरस्कार से भी नवाजा जाएगा।
महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिकेट के बाद जिस तरह से कृषि में उतरने का फैसला किया है, वह काबिले तारीफ है। खासकर आज के दौर में बिना केमिकल वाली खेती करने पर ‘विस्मयकारी ज्ञान’ उन्हें सलाम करता है।