मित्रों ऐसे तो आप लोगों ने बहुत सी फिल्मे देखी होगी, पर इन्हीं फिल्मों में से एक ऐसी भी फिल्म है, जो कि पहले के दशक में तो सुपरहिट हुई थी, आज भी उसको काफी पसन्द किया जा रहा है, यहां तक कि उस फिल्म को एक नया रूप देने की भी कोशिश की गई है। अब आप सोच रहे होगें कि आखिर हम किस फिल्म की बात कर रहे है? तो आपको बता दें कि आज हम बात कर रहे है, शोले फिल्म की, जिसे बॉलीवुड की आइकोनिक फिल्म माना जाता है। इस फिल्म में आप लोगों ने जय और वीरू की दोस्ती तो देखे ही होगें। आज हम दो ऐसे ही दिगगज क्रिकेटरों के संबंध में बात करने वाले है, जिनका याराना बिल्कुल जय-वीरू जैसा था, पर जब दूसरे की बीवी पर डाली नजर तो खत्म हो गया दोस्ताना।
दरअसल जब राहुल द्रविड़ टीम के कप्तान थे उस समय सौरव गांगुली को लगता था कि द्रविड़ कप्तान होते हुए भी, कोच ग्रेग चैपल के मामले में चुप रहते हैं। वर्ष 2011 में एक इंटरव्यू में गांगुली ने द्रविड़ को घेर ही लिया। गांगुली ने कहा- राहुल द्रविड़ ऐसे व्यक्ति हैं, जो चाहते हैं कि हर चीज ठीक से चलती रहे। वे जानते थे कि कई चीजें गलत हो रही थी, पर उनमें चैपल से ये कहने की हिम्मत नहीं थी कि वे गलत कर रहे हैं। वर्ष 2016 में बीसीसीआई ने कोच की चयन के लिए एक समिति का गठन किया था, जिसमें सचिन तेंदुलकर, सौरभ गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण थे। इस समिति की सिफ़ारिश पर अनिल कुंबले को भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच नियुक्त किया गया। कोच के लिए रवि शास्त्री ने भी इंटरव्यू दिया, ये इंटरव्यू वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुआ था क्योंकि शास्त्री बैंकॉक में थे।
आपको बता दें कि शास्त्री के इंटरव्यू के दौरान गांगुली मौजूद नहीं थे। तो रवि शास्त्री ने कहा कि इंटरव्यू में न आकर गांगुली ने उनका अपमान किया है। जिसका गांगुली ने भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर मैं मौजूद नहीं था तो वे भी मौजूद नहीं थे। उन्हें बैंकॉक में छुट्टियाँ मनाने की बजाए इंटरव्यू के लिए भारत में मौजूद रहना चाहिए था। एक समय टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज के तौर पर धूम मचाने वाले नवजोत सिद्धू के करियर में ऐसा मौका भी आया, जब वह विदेशी दौरा बीच में ही छोड़कर वापस लौट आए थे। सिद्धू 1996 में इंग्लैंड में चल रही सीरीज को बीच में छोड़कर भारत चले आए थे। उन्होंने उस समय के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन से विवाद की वजह से यह कदम उठाया था। सिद्धू ने अजहर पर अत्याचार और बुरा व्यवहार करने का आरोप लगाया था। हालांकि बाद में मोहम्मद अजहरुद्दीन ने संवाद की कमी को इस विवाद की वजह करार दिया था।
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि विनोद कांबली ने टीम से कई बार बाहर और अंदर हुए। लेकिन वह एक भी बार अपनी जगह पक्की करने में कामयाब नहीं हो पाए। कांबली ने बाद में आरोप लगाया कि उनके कप्तान, टीम के साथी, चयनकर्ता और क्रिकेट बोर्ड की वजह से उनका करियर बर्बाद हुआ। एक टीवी शो में कांबली ने बचपन के दोस्त सचिन तेंदुलकर के लिए भी कहा कि मुश्किल वक्त में सचिन ने उनका साथ नहीं दिया। सचिन ने अपनी रिटायरमेंट स्पीच में कांबली का नाम नहीं लिया था तो इसे लेकर भी कांबली दुखी नजर आए। कहावत है अगर प्यार दोस्ती के बीच में आ जाए तो दोस्ती में दरार आ जाती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण दिनेश कार्तिक और मुरली विजय हैं। कभी ये दोनों पक्के दोस्त हुआ करते थे, लेकिन दोनों की दोस्ती उस वक्त खत्म हो गई जब दिनेश को पता चला कि उनकी पत्नी और मुरली विजय का अफेयर चल रहा हैं। इसको लेकर दिनेश और निकिता का तलाक हो गया। तलाक होने के बाद मुरली विजय ने निकिता से शादी कर ली। इस जानकारी के संबंध में आप लोगों की क्या प्रतिक्रियायें है। मित्रो अधिक रोचक बाते व लेटेस्ट न्यूज के लिये आप हमारे पेज से जुड़े और अपने दोस्तो को भी इस पेज से जुड़ने के लिये भी प्रेरित करें।