मित्रों ऐसे तो आप लोगों ने बहुत सी फिल्मे देखी होगी, जो कि आप लोगों को काफी पसन्द भी आयी होगी, हालाकि इन्हीं फिल्मों में एक ऐसी भी फिल्म है, जो कि पहले के दशक में तो सुपरहिट हुई थी, आज भी उसको काफी पसन्द किया जा रहा है, यहां तक कि उस फिल्म को एक नया रूप देने की भी कोशिल की गई है। अब आप सोच रहे होगें कि आखिर हम किस फिल्म की बात कर रहे है? तो आपको बता दें कि आज हम बात कर रहे है, शोले फिल्म की, जिसे बॉलीवुड की आइकोनिक फिल्म माना जाता है, ये फिल्म अगस्त 1975 में रिलीज़ हुई थी, इस प्रतिष्ठित फिल्म ने फिल्म निर्माताओं और सिनेमाघरों को समान रूप से प्रेरित किया है, पर आज हम इस फिल्म से जुड़े एक ऐसे खुलासे के संबंध बात करने वाले है, जिसके संबंध में शायद ही आप लोगों को पता होगा।
दरअसल हिंदी सिनेमा की क्लासिक मूवीज़ में से एक ‘शोले’ मूवी है, इस फिल्म के राइटर थे सलीम खान और जावेद अख्तर, इस फिल्म में धर्मेंद्र अमिताभ बच्चन हेमा मालिनी और जया बच्चन लीड रोल में थे, जिस वक्त ये फिल्म आई थी तब तक धर्मेंद्र बहुत बड़े स्टार बन चुके थे, इसी वजह से उनके कहने पर फिल्म ‘शोले’ का एक सीन भी बदल दिया गया था, इस बारे में फिल्म के राइटर जावेद अख्तर ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था। इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने कहा था, ‘जब हमारी स्क्रिप्ट पर रमेश सिप्पी साहब ने फिल्म बनाने का निर्णय लिया तो ज्यादातर डायरेक्टर्स ने लोकेशन पर भी सवाल उठाए थे, क्योंकि काफी विचार के बाद बैंगलोर के एक गांव में उन्होंने पूरी मूवी को शूट करने का फैसला किया, हम पहले ही फिल्म के किरदार बांट चुके थे,’ उन्होंने आगे कहा था, ‘किसी भी एक्टर के कहने पर हमने सीन्स में बदलाव नहीं किया और क्यों बदलाव किया जाता?
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि शोले फिल्म के लिये हम पहले ही शूटिंग के लिए लोकेशन तय कर चुके थे, पर एक टंकी वाला सीन जिसे धर्मेंद्र जी के कहने पर बदला गया था, सीन के लिए उन्हें थोड़ी शराब पीनी थी, हालांकि, हमने उस सीन को कहीं और शूट करने की प्लॉनिंग की थी, मगर धर्मेंद्र ने अपना आइडिया दिया और बाद में वो सीन सुपरहिट भी हुआ था। वहीं अमिताभ बच्चन ने अपने शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के सेट पर फिल्म ‘शोले’ के बारे में बात करते हुए कहा था, ‘धरम जी और मैं एक दिन सेट के लिए निकले तो बैंगलोर में भीड़ वाले इलाके में हमारी गाड़ी खराब हो गई थी, वो एक मार्केट थी जहां धरम जी को देखने के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी, वहां करीब 3-4 हजार लोग इकट्ठा हो गए थे, मैं तब बहुत डर गया था, पर उन्होंने कहा कि डरो नहीं, धरम जी ने मेरा हाथ पकड़ा फिर हम ऑटो में बैठे और सेट पर पहुंचे। इस जानकारी के संबंध में आप लोगों की क्या प्रतिक्रियायें है। मित्रो अधिक रोचक बाते व लेटेस्ट न्यूज के लिये आप हमारे पेज से जुड़े और अपने दोस्तो को भी इस पेज से जुड़ने के लिये भी प्रेरित करें।