दोस्तों हर लड़की का सपना होता है कि उसका पति सुख दुःख के साथ साथ और बहुत सी चीजों में उसका साथ दे उसे सपोर्ट .जबकि ज्यादातर लडकियों का ये सपना पूरा नही हो पाता .हर इंसान कि सोच और नजरिया अलग -अलग होता है .इसलिए बहुत सी लडकियों को शादी के बाद अपने सपनो को भूलना पड़ता है क्योंकि जब उसका जीवनसाथी ही उसका साथ नही देता तो वो किसी और से क्या उम्मीद कर सकती है .लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने वाले है जिसकी कम उम्र में ही होगयी थी शादी लेकिन पति के प्यार और सपोर्ट की वजह से आज वो अपना सपना पूरा कर पाई है .ऐसे जीवन साथी से बहुत से लोगो को प्रेरणा लेनी चाहिए .पत्नी ने अपने रिटायर फौजी पति का किया धमाकेदार वेलकम,बैंडबाजा समेत रेलवे स्टेशन से हाथी पर बिठा कर लाई घर
8 साल की उम्र में हो गयी थी शादी
राजस्थान के चरु इलाके से एक बेहद ही प्रेरणादायक खबर सामने आयी है जहा की रहने वाली रूपा यादव ने डॉक्टर बन कर सबके लिए एक मिसाल कायम की है | रूपा को बचपन से ही पढ़ने लिखना का बहुत शौक था पर महज़ 8 साल की उम्र में ही रूपा की शादी करवा दी गयी थी जिसके बाद उनकी पढ़ाई छूट गयी थी पर बचपन से ही उनका सपना एक डॉक्टर बनने का था
चाचा के निधन के बाद डॉक्टर बनने का लिया फैसला
रूपा के साथ एक घटना घटी जिस वजह से उनके डॉक्टर बनने के सपने को और भी ज़्यादा चिंगारी मिली , रूपा के चाचा की हार्ट अटैक के कारण मौत हो गयी थी और अगर उन्हें सही वक्त पर इलाज मिलता तो उनकी जान बच सकती थी | इस हादसे के बाद रूपा ने दिन रात खूब पढ़ाई की और NEET की परीक्षा भी दी |अस्पताल में भर्ती पति की ज़िन्दगी की डोर छुटने ही वाली थी कि पत्नी ने निशानी के तौर पर माँगा बच्चा, उठाया ये कदम
दो बार दी NEET की परीक्षा
रूपा ने साल 2016 में NEET की परीक्षा दी थी पर उनकी रैंक काफी कम आयी थी जिस वजह से उन्हें कॉलेज अपने ससुराल से काफी दूर मिला और वो इतनी दूर पढ़ाई करने नहीं जा सकती थी इसलिए उन्होंने अगले साल फिर से मेहनत की और 2017 में उन्होंने एक बार फिर NEET की परीक्षा दी और इस बार उन्होंने 2283 रैंक हासिल की जिसके बाद उन्हें अपने घर के पास कॉलेज मिल गया |
पति ने दिया पूरा साथ
रूपा को उनके परिवार ने पूरा सपोर्ट किया और सबसे ज़्यादा सपोर्ट उन्हें अपनी पति से मिला , रूपा के पति शंकर लाल यादव एक ऑटो चालक है उन्होंने ऑटो चला कर रूपा की पढ़ाई का पूरा खर्च खुद उठाया जिसके बाद रूपा एक सफल डॉक्टर बन पाई और तो और अपनी पत्नी से प्रेरणा लेकर शंकर अब खुद भी M.A कर अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे है |