मित्रों वैसे तो हमारे देश में कई सारे बड़े उद्योगपति हुए हैं, इन उद्योगपतियों में सबसे मशहूर नाम मुकेश अंबानी का है। जिन्हें सभी जानते हैं। क्योंकि आज के समय में अगर अमीरों की बात की जाये तो सबसे पहला नाम अम्बानी परिवार का ही आता है, पर क्या आप लोग M.D.H. मसाले के मालिक के संबंध में जानते है? या फिर उनकी कुल सम्पति के संबंध में आप लोगों को पता है? नही न तो आज हम इसी संबंध में कुछ खास जानकारी देने वाले है। भारत मे रहके नही थे खाने के पैसे दुबई जाकर बन गया 4000 करोड़ का मालिक
दरअसल आज हम जिनकी बात कर रहे है वो साल 1923 में पाकिस्तान के सियालकोट में जन्मे गुलाटी का परिवार पाकिस्तान में भी अपने मसालों के व्यापार के लिए जाना जाता था। यह इनका पारिवारिक बिजनेस है। धर्मपाल का मन पढ़ाई लिखाई में नहीं लगता था। मात्र 5 वी कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद उन्होंने पढ़ना लिखना छोड़ दिया और पिता के साथ छोटा सा व्यापार शुरू कर दिया। इस बीच उन्होंने साबुन कपड़े, चावल सहित अन्य वस्तुओं का भी कारोबार किया लेकिन कोई भी व्यापार नहीं चल पाया, और फिर वे अपने पारिवारिक कारोबार मसालों के व्यापार में आ गए। इन्होंने मसाले की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना ली है। हालाकि 3 दिसंबर साल 2020 में 97 वर्ष की उम्र में धर्मपाल गुलाटी जी इस दुनिया को अलविदा कह कर चले गए। दिल का दौरा पड़ने के कारण उनका निधन हो गया। धर्मपाल गुलाटी जी को मसाले किंग के नाम से भी जाना जाता है। होटलों में बतर्न साफ करने वाला लड़का सबसे कम उम्र में बन गया IAS,जानिये ऑटो वाले के बेटे का जुनूनी सफर,
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि एमडीएच मसालों का व्यापार इतना अधिक बढ़ा कि आज देश ही नही बल्कि विदेशों में भी इनका नाम सभी जानते हैं। धर्मपाल गुलाटी जी भारत के सबसे अधिक सैलरी लेने वालों में सीईओ थे। जानकारी के मुताबिक साल 2017 में इनकी सैलरी 210000000 हुआ करती थी। एक और रिपोर्ट की माने तो साल 2017 में एम डी एच मसाले कंपनी को कुल 213 करोड रुपए का मुनाफा हुआ था। गुलाटी जी समाज के हित एवं समाज सेवा में भी बहुत आगे रहते थे, और इन्होंने अपने पिता महाशय चुन्नी लाल के नाम पर महाशय चुन्नी लाल चैरिटेबल ट्रस्ट की भी शुरुआत की थी। इस ट्रस्ट में इन्होंने 250 बेड वाले एक अस्पताल ही बनवाया है इस अस्पताल में गरीबों का मुफ्त इलाज किया जाता है। इसके साथ ही यह ट्रस्ट स्कूल भी चलाता है जिसमें गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा प्रदान की जाती है। जब धर्मपाल गुलाटी जी बंटवारे के समय पाकिस्तान से दिल्ली आए थे, तब इनके जेब में केवल डेढ़ हजार रुपए थे, पर आज अपनी मेहनत एवं लगन के कारण यह अपने पीछे 54 करोड़ रुपए की संपत्ति बना करके छोड़ गए हैं। इस जानकारी के संबंध में आप लोगों की क्या प्रतिक्रियायें है। मित्रो अधिक रोचक बाते व लेटेस्ट न्यूज के लिये आप हमारे पेज से जुड़े और अपने दोस्तो को भी इस पेज से जुड़ने के लिये भी प्रेरित करें।