दोस्तों देश और दुनिया में बहुत सी ऐसी घटनाए हुयी है जिसकी पूरी सच्चाई आज तक सबको नही पता है .ऐसी सच्चाई सबके सामने लाने की हिम्मत किसी किसी में होती है .ऐसी ही हिम्मत दिखाई है निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने जिन्होंने कश्मीरी पंडितो के भयानक नरसंहार और पलायन की सच्चाई को द कश्मीरी फाइल्स के जरिये दुनिया के सामने लाने का प्रयास किया है जिसमे वो पूरी तरह कामयाब भी हुए विवेक अग्निहोत्री की हिम्मत के लिए सब उनकी प्रशंसा कर रहे है . दुनियाभर से लोग द कश्मीरी फाइल्स पर प्रतिक्रियाएं दे रहे है . ऐसे में द कश्मीरी फाइल्स पर प्रख्यात कवि संतोष आनंद की प्रतिक्रिया आई है .उन्होंने कहा फिल्म बहुत अच्छी है इसलिए तो सुर्खियों में बनी हुयी है इसके साथ ही उन्होंने कहा सच्चाई को कभी भी छुपाया या दबाया नही जा सकता कभी न कभी वो सबके सामने जरुर आती है .द कश्मीर फाइल्स को लेकर अनुपम खेर ने किया बड़ा खुलासा,सलमान खान ने फोन करके कही थी ये बात
Legendary Nationalist poet Santosh Anand was not allowed to use ‘Kashmir’ in his song in 1992. Pl Google & check whose government was in power then.
महान कवि संतोष आनंद जी को १९९२ में अपने गीत में ‘कश्मीर शब्द का इस्तेमाल नहीं करने दिया गया था। गूगल करें किस कि सरकार थी तब? pic.twitter.com/tcLxN3Vo4G
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) March 31, 2022
संतोष आनंद ने एक किस्सा बताते हुए कहा कि- 1992 की फिल्म तहलका के लिए एक गीत लिखा गया। गीत के बोले थे दिल दीवाने का डोला, दिलदार के लिए….ये गीत काफी हिट रहा। मैंने दिल दीवानों का डोला कश्मीर के लिए…लिखा था, लेकिन सेंसर बोर्ड ने कश्मीर शब्द हटाकर दिलदार के लिए कर दिया था। मेरे तो गाने से कश्मीर शब्द को हटा दिया गया था।इस बात के लिए मैंने काफी नाराजगी व्यक्त की थी। लेकिन नाकाम रही। बेमतलब रही। संतोष आनंद के इस बयान पर विवेक अग्निहोत्री ने भी ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। विवेक ने कहा कि- गूगल करें कि उस वक्त किसकी सरकार थी?माँ से पूछे अनुमप खैर क्या जाना चाहेंगी कश्मीर? नाम आँखों से बिली माँ हजार टांगों से, मैं वहीं लूंगी मकान
Can you guess whose gate is this?
Not a झूठी कहानी। pic.twitter.com/zbQz6B8z2N— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) March 30, 2022
बता दें कि संतोष आनंद फिल्मों के लिए करीब 109 गाने लिख चुके हैं। उन्होंने पूरब और पश्चिम, शोर, रोटी कपड़ा और मकान, क्रांति और प्रेम रोग जैसी सुपरहिट फिल्मों के लिए गीत लिख चुके हैं।