मित्रों हमारी इस दुनिया में बहुत से ऐसे प्रचीन तीर्थ स्थल है जिनके पीछे कोई न कोई रहस्य अवश्य रहता है और इनके अधिकतर रहस्य उजागर होने के पश्चात लोगो की आस्था में और मजबूती आ जाती है। वैसे तो भारत में धार्मिक स्थलों की कोई कमी नहीं, हर साल लाखों यात्री तीर्थ करते हैं, लेकिन उनमें से बेहद खास माना जाता है पहाड़ों और बादलों के बीच स्थित माता वैष्णो देवी का दरबार, वैष्णो देवी मंदिर तक की यात्रा को कठिन तीर्थ यात्राओं में से एक माना जाता है, पर आज एक ऐसी गुफा के संबंध में बात करने जा रहे है जिसके अन्दर के शिवलिंग का नजारा देख आप लोग दं-ग रह जायेगें। पत्नी की ये एक चीज़ पति को कर देती है बर्वाद,सुहागिनें जरूर जान लें ये बात
दरअसल आज हम जिस गुफा की बात कर रहे है वो गुफा उत्तराखंड के गंगोलीहाट में हे। यह गुफा 8 तल की है और इसमें कई पौराणिक चित्र भी उभरे हुए मिले हैं, इतना ही नहीं इस गुफा के अंदर शिवलिंग भी मिला है और चौंकाने वाली बात यह है कि इस शिवलिंग पर चट्टानों से पानी भी गिर रहा है, गुफा की विशालता के साथ शिवलिंग पर गिर रहे पानी ने इस जगह को चर्चा में ला दिया है, मान्यता है कि यह पाताल भुवनेश्वर गुफा से भी बड़ी हो सकती है। शैल पर्वत क्षेत्र की गुफाओं वाली घाटी गंगोलीहाट में स्थित प्रसिद्ध सिद्धपीठ हाटकालिका मंदिर से करीब एक किमी दूर मिली इस गुफा को 4 युवाओं ने खोजा है।मंदिर से गहने चोरी करते हुए रंगे हाथो पकड़ा गया चोर,जिस खिड़की से अंदर गया बाहर आते हुए उसी में अटका
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि बीते रविवार को गंगोलीहाट के गंगावली वंडर्स ग्रुप के सुरेंद्र सिंह बिष्ट, ऋषभ रावल, भूपेश पंत और पप्पू रावल जब इस गुफा में पहुंचे तो इसके विशालकाय आकार को देखकर दं-ग रह गए, प्राकृतिक रूप से बनी इस गुफा में सीढ़ियां भी मौजूद हैं। इस अनोखी गुफा को महाकालेश्वर का नाम दिया गया है। इस इलाके की अन्य गुफाओं की तरह यहां भी चट्टानों पर पौराणिक आकृतियां उभरी हुई हैं, यहां बाकी गुफाओं की तरह देवी-देवताओं के चित्र बने हुए हैं, कमाल की बात यह भी है, इतनी लंबी गुफा होने के बाद भी यहां प्रयाप्त ऑक्सीजन भी महजूद है। इस घटना के संबंध में आप लोगों की क्या प्रतिक्रियायें है। मित्रो अधिक रोचक बाते व लेटेस्ट न्यूज के लिये आप हमारे पेज से जुड़े और अपने दोस्तो को भी इस पेज से जुड़ने के लिये भी प्रेरित करें।