मित्रों इस दुनिया में बाकी देशों की अपेक्षा भारत देश में सबसे अधिक रीति रिवाज और परम्पराएं पायी जाती है, इनमे कुछ परम्पराएं इतनी अजीबो गरीब होती है, जिनपर विश्वास करना मुश्किल है। इन पुरानी परम्परा के नाम पर महिलाओ का अपमान करते रहते है, इसके चलते आये दिन महिलाओं को ही कई परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है, पर आज हम एक ऐसी कुप्रथा के संबंध में बताने वाले है, जिसे जानकर आप लोग यह सोचने पर मजबूर हो जायेगें कि आखिर ऐसा क्यों करते है लोग ? खबर विस्तार से जानने के लिये पोस्ट के अंत तक बने रहिये।
दरअसल इस बात में तो कोई दो राय नही है कि बेटियों को घर की लक्ष्मी और अपने पिता की आँखों का तारा कहा जाता है और तो और पूरी दुनिया के हर कोने में एक पिता और बेटी का रिश्ता काफी खूबसूरत माना जाता है पर इस विश्व में एक जगह ऐसी भी है जहा बेटियों की उनके ही पिता से शादी करवा दी जाती है, अब आप सोच रहे होंगे की भला ये कैसी अजीब सी प्रथा है और आखिर दुनिया के कौन से कोने में इसे निभाया जाता है? जानकारी के मुताबिक ये कुप्रथा बांग्लादेश के मंडी जन जाति में मनाई जाती है, जनजाति की ही रहने वाली एक औरत ओरोला ने बताया की जब वो बहुत छोटी थी तभी उनके पिता का इन्तेकाल हो गया था जिसके बाद उसकी माँ की शादी नॉटेन नाम के एक शख्स से करवा दी गयी थी, ओरोला को उसके दूसरे पिता मिल गए थे, और उसका बहुत ख्याल भी रखते थे।
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि जब ओरोला थोड़ी बड़ी हुई तो उसे पता चला की उसके ये पिता उसके पति है, ये सुनने के बाद उसे इस बात पर पहले तो यकीन ही नहीं हुआ मगर ये बात बिलकुल सच थी, दरअसल बांग्लादेश के मंडी जन जाति में ऐसी कुप्रथा है, की जब भी वहा किसी विधवा लड़की की शादी किसी दूसरे शख्स से करवाई जाती है और अगर उस विधवा की कोई बेटी भी है, तो उन दोनों की ही शादी उस शख्स से करवा दी जाती है, ताकि वो अपनी पत्नी और बेटी का पति बन कर उसकी सुरक्षा लंबे वक्त तक कर सके। ओरोला ने बताया की वो जब तीन वर्ष की थी तब ही उसके इस दूसरे पिता से उसकी शादी करवा दी गयी थी और तभी उसके ये पिता उसके पति भी बन गए थे। ये कुप्रथा विचित्र ज़रूर है पर आज भी बांग्लादेश में इसे निभाया जाता है। इस जानकारी के संबंध में आप लोगों की क्या प्रतिक्रियायें है। मित्रो अधिक रोचक बाते व लेटेस्ट न्यूज के लिये आप हमारे पेज से जुड़े और अपने दोस्तो को भी इस पेज से जुड़ने के लिये भी प्रेरित करें।